प्रदर्शनी : डिजिटल भारत का उदय
इस प्रदर्शनी में आप, इस महान राष्ट्र के अध्यात्म, शिक्षा, कला, नृत्य, नाट्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से लेकर आज तक की प्रगतिशीलता की अद्भुत यात्रा के साक्षी बन सकते हैं । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में भारतीयों ने उत्कृष्ट अवधारणों एवं पद्धतियों के विकास में योगदान दिया । बीजगणित, ज्यामिति, खगोल विज्ञान एवं शल्य चिकित्सा आदि आज भी अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है एवं ये आज भी लाखों लोगों की ज़िंदगी को आरामदायक और उत्पादक बना रही हैं । आज़ादी के बाद भारत ने अंतरिक्ष अनुसंधान और परमाणु ऊर्जा जैसे उच्च कुशलता के क्षेत्रों में बिलकुल शून्य से शीर्ष तक का सफर तय किया है । निजी क्षेत्र ने नव प्रौद्योगिकी जैसे संग्रणक विज्ञान, संचार क्रांति, विद्युत एवं इलेक्ट्रानिक्स अभियांत्रिकी आदि में अपना परचम लहराया और भारत को और आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । दूरदर्शन, रेडियो, सिनेमा और रंगमंच जैसे संचार माध्यमों ने हर भारतीय को विश्व मंच से अवगत करवाया एवं विश्व को भी भारत के बारे में जानने और समझने का मौका मिला । गत दशक में भारत सरकार ने कृषि प्रौद्योगिकी , आपदा प्रबंधन, दूरचिकित्सा, आधार, एकीकृत भुगतान अंतराफलक (UPI), मेक इन इंडिया, कौशल विकास जैसे नवीन क्षेत्रों को देश में लाकर एक क्रांति ला दी है । भारत के इस रूपांतरण के बारे में और अधिक जानने के लिए इस प्रदर्शनी का अवलोकन अवश्य करें ।