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परियोजना समन्वयक की मेज़ से

परियोजना समन्वयक की मेज़ से

भारत के संविधान के अनुच्छेद 51ए (एच) में भारत गणराज्य के लोगों से अपेक्षित मौलिक कर्तव्यों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानवतावाद, अन्वेषण एवं ज्ञानार्जन और सुधार की भावना विकसित करने का उल्लेख किया गया है। इन कर्तव्यों को सुनिश्चित करने हेतु एवं देश भर में विज्ञान और तकनीक को लोकप्रिय बनाने एवं समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं तार्किकता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त शास निकाय के रूप में राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की स्थापना की गई; जो देशभर में फैले विज्ञान केन्द्रों के द्वारा जनमानस में वैज्ञानिक चेतना के प्रसार एवं विज्ञान संचार के महनीय कार्य में संलीन है।

हिमाचल प्रदेश में विज्ञान प्रसार के इन प्रयासों को गति देने के लिए दिनांक 16 फरवरी 2014 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह एवं भारत सरकार की तत्कालीन संस्कृति मंत्री माननीया श्रीमती चंद्रेश कुमारी द्वारा पालमपुर विज्ञान केंद्र का शिलान्यास किया गया; और दिनांक 14 मई 2022 को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं युवा कार्य एवं खेल मंत्री, माननीय श्री अनुराग ठाकुर द्वारा इसे देश की जनता को समर्पित किया गया। धौलाधार की मनोरम वादियों को निहारते पालमपुर की हवाओं में घुली प्रकृति-प्रेम और साहचर्य की सुगंध देश- विदेश से सहस्र सैलानियों को आकर्षित करती है। आगंतुक सैलानियों और स्थानीय जनों को खेल-खेल में विज्ञान के रहस्यों से रूबरू करवाने और गतिविधि आधारित विज्ञान अनुभव प्रदान करने हेतु पालमपुर विज्ञान केंद्र में मनोरंजन विज्ञान दीर्घा, विज्ञान उद्यान, अदम्य धरा दीर्घा, डिजिटल भारत का उदय प्रदर्शनी, नवाचार केंद्र, विज्ञान प्रदर्शन एवं तारामंडल आदि सुविधाओं को स्थापित किया गया है।

डिजिटल सूचना के इस दौर में पालमपुर विज्ञान केंद्र में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं, प्रवेश शुल्क एवं शर्तों तथा अन्य जानकारी हेतु केंद्र की यह वेबसाइट बहुत उपयोगी साबित होगी। मैं पालमपुर विज्ञान केंद्र परिवार की तरफ से आप सबको पालमपुर विज्ञान केंद्र में सादर आमंत्रित करता हूँ। 

जय भारत , जय विज्ञान।